भारतीय प्रजासत्ताक दिन 26 जानेवारी छोटे हिंदी भाषण speech on republic day
माननीय प्रमुख अतिथी, आदरणीय अध्यापकगण और मेरे प्यारे दोस्तों… आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार !
प्रथम मैं आज ‘गणतंत्र दिवस’ के शुभ अवसरपर आप सभी को ढेर सारीं बधाईयाँ देता हूँ, इसके साथही हमारे अध्यापकोंको भी धन्यवाद देता हूँ; जिन्होंने मुझे इस राष्ट्रीय त्योहार के शुभ अवसरपर चंद शब्द बोलने का मौका दिया |
जहाँ डाल डाल पर सोने की चिडिया करती हैं बसेरा, वो भारत देश है मेरा… वो भारत देश है मेरा…।
यह देशभक्तीपर गीत आज भी जब हम गाते हैं तो, सभी का सीना गर्व से चौडा हो जाता है, बीते हुए स्वराज्य प्राप्ती के ‘महासंग्राम’ कि याद आती है… एक ख़ुशी की और गर्व की लहर हर किसी के चेहरेपर छाँ जाती है | आज भारत का प्रत्येक नागरिक गणतंत्र का पूर्ण रूप से समान अधिकारी हैं; पर यह गणतंत्रता, यह स्वतंत्रता हमें ना एक दिन में मिली है; ना आसानी से मिली है | अनेक त्याग, बलिदान और समर्पणसे ये सौभाग्य हम सबको प्राप्त हुआ है | इसीलिए मेरा मन आज कह रहाँ है… ‘गणतंत्र दिवस’ एक राष्ट्रीय पर्व है और हम सभी कों इसपर गर्व है ।
अपना भारत देश कई सालों तक अंग्रेजोंकी हुकूमत मे रहा था, लेकीन इस मिट्टी के अनेक सपूतोंने अपनी भारतमाता को इस बेडीयोंसे मुक्त करने के लिए जीवनभर संघर्ष किया, प्राणोंकी आहुतीयाँ दी…. तब जाके यहाँ स्वतंत्रता का सुरज उगा । भगतसिंग, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आझाद, लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी, पं. जवाहरलाल नेहरु इन जैसे अनेक महापुरषों का देश के प्रति अमुल्य योगदान रहा हैं, जो हम कभीभी भूल नहीं सकते |
18/53
१५ अगस्त १९४७ को हमारे देश को आझादी मिली लेकिन,
२६ जनवरी १९५० से भारत का संविधान पूर्ण रूप से लागू कर दिया
गया । इसी कारण उसी दिन को अपनी पुरी आझादी मानतें हैं…
उसी दिन को अपना अभिमान मानतें हैं… उसी को अपने देश का
सम्मान मानतें हैं | भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बनने के कारण सभी
नागरिकोंको अपना नेतृत्व, अपनी सरकार खुद चुनने का अधिकार
प्राप्त हुवाँ है ।
साथ में हर किसीको अपना व्यक्तिगत जीवन खुशहाली और समृद्धता से व्यतीत करने के लिये विशेषाधिकरोंकी उपलब्धी हुई है। यह संविधान आज विश्व मे एक आदर्श के रूप में माना जाता हैं। इसके निर्माण मे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरजीका सर्वश्रेष्ठ योगदान रहा है।
गणतंत्र दिवस’ हरसाल संपूर्ण देश मे बडी धूमधाम से मनाया जाता है | हमारी राजधानी दिल्ली के राजपथपर बडाही भव्य और सुनहरे कार्यक्रम का आयोजन होता है | देश के तिन्ही दलों के द्वारा राष्ट्रपती को सलामी दी जाती हैं । भारतीय सशस्त्र बलोंद्वारा हत्यारोंसहित सुंदर परेड का आयोजन होता हैं । सेना के अलावा, सभी राज्यभी अपने झाकीयोंका प्रदर्शन करते हैं; जो हमारे संस्कृती, परंपरा और प्रगती की ‘विविधता में एकता’ को दर्शाता है | यह त्योहार ना केवल राजधानी मे मनाया जाता है; बल्की देश की सभी महत्वपूर्ण जगहपर, हर पाठशाला और कॉलेजमे भी मनाया जाता हैं | जिसप्रकार आज हम भी यहाँ मना रहे है | इस शुभ अवसरपर हम सब आज ये वचन लेते है कि, “हम भारत के एक जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और भारत को एक सुंदर, शांतिपूर्ण और शक्तिशाली राष्ट्र बनाने मे सहाय्यता करेंगे ।” जाते जाते इतना कहना चाहूँगा …..
“भारत के गणतंत्र का, सारे जग मे हैं मान, दशकों से खिल रही है, उसकी अद्भुत शान, सब धर्मोंको देकर मान, रचा गया हैं इतिहास, इसलिए हर देशवासी को, इसमें हैं विश्वास ।”
एक बार फिर आप सभी को इस मंगल दिन कि, ‘गणतंत्र दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं !
जय हिंद ! जय भारत !