शालेय परिपाठासाठी “सुंदर श्लोक” morning assembly shlok 

Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

शालेय परिपाठासाठी “सुंदर श्लोक” morning assembly shlok 

गायत्री मंत्र 

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥

हा मंत्र त्रिपदा गायत्री रुपातही जपता येतो (त्रिपदा म्हणजे तीन ठिकाणी ॐकार असतो) –

ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॐ ॥

(मी त्रिपदा गायत्री जपते).

शुभम करोति कल्याणम् 

शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा ।

शत्रुबुद्धि विनाशाय दीपज्योति नमोऽस्तु ते ।

दिव्या दिव्या दिपोत्कार कानी कुंडले मोतीहार ।

दिव्याला देखून नमस्कार ॥१॥

सर्व मंगल मांगल्य श्लोक

सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके

शरण्ये त्र्बकें गौरी नारायणि नमोस्तुते ||

वक्रतुंड महाकाय श्लोक

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

या कुन्देन्दुतुषार

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥

गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु

गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु,
गुरु देवो महेश्वरा
गुरु साक्षात परब्रह्म,
तस्मै श्री गुरुवे नम:
Join Now