गुरुपौर्णिमा हिंदी भाषण gurupornima hindi bhashan 

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गुरुपौर्णिमा हिंदी भाषण gurupornima hindi bhashan 

गुरु पौर्णिमा 2024 मे 21 जुलै को पड रही है यह दिन अपने शिक्षक को और गुरुों की प्रतिकृतज्ञता व्यक्त करने के लिए समर्पित किया जाता है हिंदू और बौद्ध परंपरा  मी मनाया जानेवाला यह महत्वपूर्ण तेव्हार हमारी अध्यात्मिक और शैक्षणिक यात्रा होमे अमूल्य योगदान का सन्मान करता है गुरुपौर्णिमा के पीछे के अर्थ के बारे मे जाने प्रेरणादायक विचार

गुरु पौर्णिमा हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म मे एक महत्त्वपूर्ण तेव्हार है जो शिक्षक व और गुरवोके प्रति सन्मान और कृतज्ञता व्यक्त करणे के लिये समर्पित है यह आमतोर पर हिंदू महिने आषाढ ही पौर्णिमा के दिन मनाया जाता है.

संस्कृत मे गुरू का अर्थ है शिक्षक शिष्य और छात्र अपने शिक्षकोन के प्रती ज्ञान बुद्धी और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आपणा सन्मान और प्रशंसा दिखाते है

इस साल गुरु पूर्णिमा 21 जुलै को रविवार को मनाई जायेगी उत्सव सुबह 5 बजकर 57 मिनिट से शुरू होगा और श्याम सात बजकर नऊ मिनिट पर समाप्त होगा

गुरु पूर्णिमा का महत्व गुरुपौर्णिमा हमारी अध्यात्मिक और शैक्षणिक सफर मे गुरव की महपूर्ण भूमिका को स्वीकार स्वीकार करणे और उसका जश्न मनाने का दिन है इस त्योहार को व्यासपौर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है जो महाभारत के रचयता और वेदों की संकलन मे एक प्रमुख व्यक्ती महर्षी व्यास की जयंती के उपलक्ष्मी मनाया जाता है भारतीय साहित्य व अध्यात्म आध्यात्मिक मे उनका योगदान बहुत बडा है जो इस दिन को उनकी विरासत को श्रद्धांजली देने के लिए महत्त्वपूर्ण बनता हैं

बौद्ध धर्म मे गुरुपौर्णिमा भगवान बुद्ध के समान मे मनाई जाती है जुनोनी इसी दिन भारत के सारनाथ मे अपना पहला उपदेश दिया था या बुद्ध की शिक्षा की सुरुवात और उनके अनुयायी के लिए अध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप मे उनकी भूमिका का प्रतीक है गुरुपौर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरुद्वारा दी गई शिक्षा और सिद्धांत को पालन करणे की अपनी प्रतिबद्धता को नवीन विकृत करते है यह आत्मचिंतन आशीर्वाद प्राप्त करणे और गुरु और शिष्य के बीच के बंधन को मजबूत करने का समय है.

यह दिन शिक्षकांचे सन्मान और उनके महत्त्व के सांस्कृतिक महत्त्व को रेखांकित करता है यह व्यक्ती और समुदाय को आकार देणे मे शिक्षकोन की सामाजिक भूमिका पर प्रकाश डालता है तथा गुरु शिष्य संबंध की शाश्वत परंपरा पण जोर देता है.

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